शुक्रवार, 15 जून 2007

रायसीना हिल पर 'शेखावत राज' तय

नई दिल्ली [रामनारायण श्रीवास्तव]। अब यह तय है कि देश का अगला राष्ट्रपति कोई शेखावत ही होगा। भले ही वह राजग के संभावित उम्मीदवार उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत हों या डा. देवीसिंह रामसिंह शेखावत की पत्नी व संप्रग उम्मीदवार प्रतिभा देवी सिंह पाटिल। प्रतिभा की उम्मीदवारी से जहां राष्ट्रपति चुनाव में कांटे के मुकाबले की संभावना बढ़ गई है, वहीं संप्रग की अंदरूनी राजनीति में शरद पवार की पावर राजनीति को करारा झटका लगा है। भले ही सोनिया गांधी अपनी पसंद के शिवराज पाटिल के नाम पर सहमति न जुटा सकी हों, लेकिन पवार की धुर विरोधी प्रतिभा पाटिल को उम्मीदवार बना कर बड़ा दांव खेला है। शेखावटी से दिल्ली तक फैली अरावली पर्वत श्रृंखला की सर्वशक्तिमान चोटी 'रायसीना हिल' पर इस बार राज शेखावत का होगा। जंग सीकर के दो शेखावतों में है। जहां एक तरफ 'खाचरियावास' के लाल राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री व देश के उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत हैं, वहीं उनके मुकाबले में वहां से महज 25 किलोमीटर दूर स्थित 'छोटी लोथल' की बहू व राजस्थान की राज्यपाल प्रतिभा पाटिल होंगी। लेकिन इन दोनों शेखावतों के राजनीतिक कद में जमीन-आसमान का फर्क है। भैरोंसिंह शेखावत ने उपराष्ट्रपति बनने के पहले भले ही राजस्थान की राजनीति तक अपने को सीमित रखा हो, लेकिन उनके मजबूत राजनीतिक व निजी रिश्ते देशभर के तमाम दलों के दिग्गजों से रहे हैं। जोड़तोड़ की राजनीति के माहिर शेखावत का लोहा उनके विरोधी भी मानते हैं। यही वजह है कि राष्ट्रपति के चुनाव में विपरीत समीकरणों के बावजूद उनकी संभावित उम्मीदवारी से सत्तारूढ़ संप्रग डरा हुआ है। दूसरी तरफ प्रतिभा पाटिल के पति डा. देवी सिंह रामसिंह शेखावत का परिवार दशकों पहले महाराष्ट्र के अमरावती में बस गया था, लेकिन दूर देश बस गए अन्य राजस्थानियों की तरह उनके तार भी अपने गांव से जुड़े रहे। जहां राष्ट्रीय फलक पर यह जंग राजग व संप्रग में होगी, वहीं महाराष्ट्र में इससे संप्रग में अंदरूनी घमासान के आसार बन गए है। गौरतलब है कि 1979 में शरद पवार जब कांग्रेस से बाहर जाकर पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे, तब प्रतिभा पाटिल इंदिरा गांधी की कांग्रेस की तरफ से उनके खिलाफ विधानसभा में नेता विपक्ष थीं। प्रतिभा देवी सिंह पाटिल व भैरोंसिंह शेखावत की जंग में दोनों के शेखावत होने के साथ कई और संयोग भी जुड़े हुए हैं। शेखावत जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वहीं प्रतिभा अभी वहां की राज्यपाल हैं। इसके अलावा शेखावत अभी राज्यसभा के सभापति हैं, जबकि प्रतिभा 1986 से 1988 तक राज्यसभा की उपसभापति रह चुकी हैं। जहां भैरोंसिंह के पिता का नाम देवी सिंह है, वहीं प्रतिभा के पति का नाम देवी सिंह है। महाराष्ट्र के जलगांव में 19 दिसंबर 1934 को जन्मी 72 वर्षीय प्रतिभा ने अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत एक वकील के रूप में की थी। इंदिरा गांधी की करीबी रही प्रतिभा 1962 से 1985 तक लगातार 23 साल महाराष्ट्र में विधायक रहीं। इस दौरान वे कांग्रेस सरकारों में कई विभागों की मंत्री रहने के साथ नेता प्रतिपक्ष भी रहीं। बाद में वे राज्यसभा व लोकसभा की सदस्य भी रहीं।

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